एक IPS पत्नी ने 498A IPC में लगाए पति पर झूठे आरोप, सुप्रीम कोर्ट में मांगी माफ़ी – क्या है असली कहानी?
हमारे देश में जब कोई शादी टूटी हुई दिखती है, तो अक्सर उसके पीछे Section 498A IPC, domestic violence law in India, और कई…
BREAKING | No Quick Arrests In 498A FIRs In Matrimonial Disputes; Supreme Court Backs Family Welfare Committees
Background of the Case On 22 July 2025, the Hon’ble Supreme Court of India finally put an end to the long pending and contentious…
Motor Accident Claims | विदेश में कमाने वाले पीड़ितों को भी मिलेगा पूरा दुर्घटना का मुआवजा – Supreme Court
Supreme Court of India ने 11 फरवरी 2025 को एक landmark judgment सुनाया है, जो MACT (Motor Accident Claims Tribunal) के मामलों में foreign income और exchange rate से जुड़े विवादों को हमेशा…
PMLA | जब्त संपत्ति को रखने के लिए व्यक्ति का आरोपी होना जरूरी नहीं : Supreme Court
परिचय: क्यों यह केस महत्वपूर्ण है? हाल ही में, Supreme Court of India ने Union of India vs J.P. Singh के मामले में एक महत्वपूर्ण फैसला सुनाया है,…
बाल यौन शोषण(Child Sexual Abuse) के मामले में न्याय की 40 साल लंबी प्रतीक्षा का अंत: सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला
परिचय: क्या आप जानते हैं कि एक बाल यौन शोषण(Child Sexual Abuse) के मामले में न्याय पाने के लिए पीड़िता को 40 साल तक…
Land Acquisition Act के तहत अधिग्रहित भूमि निजी समझौते से वापस नहीं दी जा सकती!
भूमिका कई बार सरकार Land Acquisition Act, 1894 के तहत भूमि का अधिग्रहण (land acquisition) करती है, लेकिन क्या कोई सरकारी एजेंसी निजी समझौते…
दहेज हत्या केस(Dowry Death Case) में जमानत रद्द, जानिए Supreme Court का यह फैसला क्यों है हर महिला के लिए मील का पत्थर!
परिचय (Introduction) दहेज (Dowry) की मांग और उसके कारण होने वाली मौतें(dowry death case) भारतीय समाज के लिए एक गंभीर समस्या बनी हुई हैं।…
Sports Authority Of India (SAI) के कर्मचारियों को मिला ‘इनिशियल कॉन्स्टिट्यूएंट’ का दर्जा! Supreme Court का ऐतिहासिक फैसला
परिचय: क्यों यह फैसला महत्वपूर्ण है? एक मामला Sports Authority Of India (SAI) के कर्मचारियों के साथ हुआ, जहां उन्हें 'इनिशियल कॉन्स्टिट्यूएंट' का दर्जा…
क्या मरते वक्त दिया गया बयान (Dying Declaration) ही सजा के लिए काफी है? Supreme Court का अहम फैसला!
क्या मरने से पहले दिया गया बयान(Dying Declaration) किसी को फाँसी या उम्रकैद दिलाने के लिए पर्याप्त होता है? यह सवाल भारतीय आपराधिक न्याय…
POCSO Act vs IPC: Supreme Court का बड़ा फैसला, किस कानून के तहत मिलेगी सख्त सजा?
क्या कोई पिता अपनी ही संतान के साथ इस हद तक जा सकता है कि उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई जाए? क्या किसी…